HANUMAN CHALISA SECRETS

hanuman chalisa Secrets

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[BuddhiHeena=with no intelligence; tanu=body, man or woman; jaanike=realizing; sumirau=remembder; pavanakumar=son of wind god, Hanuman; Bal=toughness; Buddhi=intelligence; Bidya=knowledge; dehu=give; harahu=take away, clear; kalesa=ailments; bikara=imperfections]

Getting completely aware of The shortage of my intelligence, I pray to you personally the son of Pavan, the Wind God (Hanuman). I humbly inquire you to definitely grant me toughness, intelligence and information and take away all my afflictions and shortcomings.

है परसिद्ध जगत उजियारा ॥२९॥ साधु सन्त के तुम रखवारे ।

कृपा करहु गुरुदेव की नाईं ॥३७॥ जो सत बार पाठ कर कोई ।

“You flew towards the Sun who is A huge number of yrs of Yojanas absent, considering him for a sweet fruit.”

भावार्थ – हे नाथ श्री हनुमान जी ! तुलसीदास सदा–सर्वदा के लिये श्री हरि (भगवान् श्री राम) के सेवक है। ऐसा समझकर आप उनके हृदय–भवन में निवास कीजिये।

बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार॥

मुक्ति के चार प्रकार हैं – सालोक्य, सामीप्य, सारूप्य एवं सायुज्य। यहाँ प्रायः सालोक्य मुक्ति से अभिप्राय है।

भावार्थ– आप साधु–संत की रक्षा करने वाले हैं, राक्षसों का संहार करने वाले हैं और श्री राम जी के अति प्रिय हैं।

भावार्थ – आप सारी विद्याओं से सम्पन्न, गुणवान् और अत्यन्त चतुर हैं। आप भगवान् श्री राम का कार्य (संसार के कल्याण का कार्य) पूर्ण करनेके लिये तत्पर (उत्सुक) रहते हैं।

व्याख्या – भक्त के हृदय में भगवान् रहते ही हैं। इसलिये भक्त को हृदय में विराजमान करने पर प्रभु स्वतः विराजमान हो जाते हैं। श्री हनुमान जी भगवान् राम के परम भक्त हैं। उनसे अन्त में यह प्रार्थना की गयी है कि प्रभु के साथ मेरे हृदय में आप विराजमान हों।

Baby Hanuman reaches for the Sunshine wondering It's a fruit by BSP Pratinidhi As outlined by Valmiki's Ramayana, a single early morning in his childhood, Hanuman was hungry and observed the Solar. Mistaking it to get a ripe fruit, he leapt approximately take in it. In one Model of your Hindu legend, the king of gods Indra intervened and struck Hanuman together with his thunderbolt. It strike Hanuman on his jaw, and he fell into the earth dead using a damaged jaw. Hanuman's father, Vayu, turned upset and withdrew all the air from Earth. The lack of air made enormous suffering to all residing beings. This led Shiva to intervene and resuscitate Hanuman, which consequently prompted Vayu to return air for the living beings.

व्याख्या – किसी को अपनी ओर आकर्षित करने के लिये सर्वप्रथम उसके गुणों का वर्णन करना चाहिये। अतः यहाँ हनुमान जी के गुणों का वर्णन है। श्री हनुमन्तलाल जी त्याग, दया, विद्या, दान तथा युद्ध – इन पाँच प्रकार के वीरतापूर्ण कार्यों में विशिष्ट स्थान रखते हैं, इस कारण ये महावीर हैं। अत्यन्त पराक्रमी और अजेय होने के कारण आप विक्रम और click here बजरंगी हैं। प्राणिमात्र के परम हितैषी होने के कारण उन्हें विपत्ति से बचाने के लिये उनकी कुमति को दूर करते हैं तथा जो सुमति हैं, उनके आप सहायक हैं।

[Hath=hand, Bajra=Mace as impressive as vajrayudha or diamond; au=and; dhvaja=flag; biraji=take place; kaandhe=on shoulders; munji=of munja grass; janeoo=upavita thread, sacred thread; Sajai=adorn ]

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